विपणन सहयोग के लिए आवश्यकता पर आधारित परामर्श
दूध एक ऐसी कृषि पण्यवस्तु है जिससे विभिन्न प्रकार के कई डेरी उत्पाद निर्मित किए जा सकते हैं । दूध की प्रतिव्यक्ति उपलब्धता तथा व्यय योग्य आय में वृद्धि होने से दूध एवं दूध उत्पादों पर होने वाले पारिवारिक खर्च में वृद्धि हुई है। इस प्रकार इनोवेशन एवं नवीन उत्पादों की शुरूआत से मूल्य वर्धित डेरी उत्पादों के विपणन की संभावना में सुधार हुआ है ।
एनडीडीबी ने डेरी सहकारिताओं को विपणन गतिविधियों में बढ़ावा देने में सहयोग के लिए कई पहल की हैं । भावी योजना 2010 के अंतर्गत आयोजित निमोनिक सिंबल’’ जागरूकता अभियान का उद्देश्य सहकारिताओं द्वारा प्रसंस्कृत दूध की ताजगी एवं शुद्धता के गुणों को बढ़ावा देना था । गुणवत्ता चिह्न के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने से सुरक्षित एवं गुणवत्तायुक्त दूध एवं दूध उत्पादों के उपभोग को बढ़ावा देने में मदद मिली । ‘’अधिक दूध पियो, स्वस्थ जियो’’ अभियान सहकारी ब्रांडों को बढ़ावा देने के लिए चालाया गया था ।
एनडीडीबी ने चयनित दूध सहकारिताओं को व्यापक विपणन योजनाएं तैयार कर उन्हें क्रियान्वित करने में सहयोग देने के कार्य की शुरूआत की । यह मूल्य वर्धित दूध उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर देता है, जिसमें मुनाफा अधिक होता है ताकि डेरी किसानों को अधिक से अधिक राशि की वापसी की जा सके । इससे शहरी एवं ग्रामीण बाजारों में बेहतर वितरण नेटवर्क, उचित मूल्य तथा प्रभावी प्रचार अभियानों के माध्यम से बिक्री की मात्रा में वृद्धि करने की परिकल्पना है । सहकारिताओं को डिजिटल विपणन प्लेटफार्म पर ई-कॉमर्स गतिविधियों को मजबूती प्रदान करने तथा उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए उपभोक्ता जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। एनडीडीबी सहकारिताओं को इस ब्रांड की विरासत का लाभ लेने तथा वर्तमान ब्रांड इमेज में नए सिरे से बदलाव लाने के लिए सहकारिताओं के साथ कार्यरत है ।