एसपीपी की प्रक्रिया
- पीआई उप परियोजना प्रस्तावों को तैयार करेगी। आवश्यकता पड़ने पर एनडीडीबी द्वारा डीपीपी को तैयार करने में आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
- पीआई कार्यान्वयन और निगरानी प्रकोष्ठ (आईएमसी), एनडीडीबी और राज्य स्तरीय तकनीकी प्रबंधन समिति (एसएलटीएमसी) को उप परियोजना प्रस्ताव प्रस्तुत करेगी।दुग्ध उत्पादक कम्पनियों और बहुराज्यीय सहकारी समितियों के प्रस्तावों को परियोजना स्वीकृति समिति (पीएससी) के विचारार्थ एनडीडीबी के माध्यम से सीधे भेजा जाएगा, तथा इसकी सूचना संबंधित राज्य सरकार/एसएलटीएमसी को दी जाएगी।
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एनडीडीबी का कार्यान्वयन और निगरानी प्रकोष्ठ (आईएमसी) एनडीडीबी के तकनीकी और क्रियाशील समूहों के सहयोग से मूल्यांकन करेगा ।
उप-परियोजना की जांच के बाद, राज्य स्तरीय तकनीकी प्रबंधन समिति (एसएलटीएमसी) सरकार को संस्तुति को आगे बढ़ाएगी। यदि पीआई को अर्थक्षमता के अंतर को पूरा करने के लिए गारंटी और/या अनुदान की आवश्यकता है, तो एसएलटीएमसी को भारत सरकार को संस्तुति के साथ संबंधित राज्य सरकार से एक प्रतिबद्धता पत्र भेजना चाहिए । - आईएमसी द्वारा इस प्रस्ताव का तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन पूरा हो जाने के बाद, ‘अनुमोदन नोट’ तैयार किया जाएगा और अनुमोदन के लिए उसे परियोजना स्वीकृति समिति (पीएससी) को प्रस्तुत किया जाएगा ।
- अपनाई जाने वाली प्रक्रिया नीचे दिए गए आरेख प्रवाह के रूप में दर्शाई गई है:
नोट: पीसीएमसी - डीएडीएच में कार्यक्रम समन्वय प्रबंधन प्रकोष्ठ।