माननीय केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने एनडीडीबी के नए कार्यालय भवन, आईडीएमसी के रेडी-टू-यूज कल्चर प्लांट और एनसीडीएफआई के कार्यालय परिसर का किया उद्घाटन

माननीय केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने एनडीडीबी के नए कार्यालय भवन, आईडीएमसी के रेडी-टू-यूज कल्चर प्लांट और एनसीडीएफआई के कार्यालय परिसर का किया उद्घाटन

7 जुलाई 2025, आणंद: एनडीडीबी के हीरक जयंती वर्ष, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती, सहकारित्रा मंत्रालय की 4 वर्ष की यात्रा एवं स्थापना दिवस तथा अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर आयोजित ऐतिहासिक कार्यक्रम में माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी ने तीन महत्वपूर्ण पहलों - एनडीडीबी के नए कार्यालय भवन - 'मणिबेन भवन', देश का प्रथम रेडी-टू-यूज़ कल्चर प्लांट, जिसे IDMC द्वारा स्थापित किया गया है और एनसीडीएफआई का कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया। यह आयोजन 6 जुलाई 2025 को आणंद में सम्पन्न हुआ, जो भारत के सहकारी डेयरी आंदोलन के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत को दर्शाता है।

प्रो. एस पी सिंह बघेल, माननीय केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज राज्य मंत्री; श्री जॉर्ज कुरियन, माननीय केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री; श्री कृष्ण पाल, माननीय केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री; श्री मुरलीधर मोहोल, माननीय केंद्रीय सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री; श्री शंकरभाई चौधरी, माननीय अध्यक्ष, गुजरात विधानसभा; डॉ. मीनेश शाह, अध्यक्ष, एनडीडीबी एवं कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम के दौरान, माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि यह दिन भारतीय डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने यह बताया कि भारत में फर्मेंटेड खाद्य उत्पादों के उत्पादन के लिए विभिन्न प्रकार के कल्चर की आवश्यकता के बावजूद, अब तक, लगभग 90% स्टार्टर कल्चर का आयात किया जाता रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर देकर यह कहा कि आईडीएमसी द्वारा स्थापित देश के पहले "रेडी-टू-यूज़ कल्चर (RUC)" प्लांट के उद्घाटन के साथ, अब भारत में स्वदेशी कल्चर का उत्पादन शुरू होगा, जिससे डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की नींव और मजबूत होगी। उन्होंने एनडीडीबी के अनुसंधान एवं विकास (R&D) प्रयासों की सराहना की, जिसके माध्यम से विभिन्न स्वदेशी RUC फॉर्म्यूलेशन विकसित किए गए हैं। इसके साथ ही, उन्होंने एनडीडीबी के नए कार्यालय भवन और एनसीडीएफआई के कार्यालय परिसर के उद्घाटन के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि ये विकास सहकारी डेयरी क्षेत्र के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और समयानुकूल हैं।

एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह ने कहा कि माननीय मंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में स्वदेशी RUC संयंत्र, एनसीडीएफआई के कार्यालय परिसर और एनडीडीबी के नए कार्यालय ‘मणिबेन भवन’ का उद्घाटन कार्यक्रम अत्यंत प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि एनडीडीबी आत्मनिर्भर सहकारी विकास के विज़न के अनुरूप, नए किसानोन्मुख पहलों को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस उद्घाटन से भारत सरकार की डेयरी क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने की अटूट प्रतिबद्धता को मजबूती मिलेगी।

एनडीडीबी का नया कार्यालय भवन, जिसकी आधारशिला अक्तूबर 2024 में रखी गई थी तथा यह आठ माह में बनकर तैयार हुआ और यह भवन सरदार वल्लभभाई पटेल की बेटी सुश्री मणिबेन पटेल को समर्पित है। स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उनकी विरासत, डेयरी सहकारी आंदोलन में उनकी भूमिका और राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित-प्रोत्साहित करता रहेगा। एनडीडीबी के नए कार्यालय भवन को हरित भवन सिद्धांतों पर आधारित एक आधुनिक परिसर के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें सतत् विकास और ऊर्जा दक्षता को प्राथमिकता दी गई है। भवन में प्राकृतिक प्रकाश, ऊर्जा-कुशल उपकरणों, वर्षा जल संचयन और आधुनिक अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों का अधिकतम उपयोग किया गया है, जिससे यह एक पर्यावरण-अनुकूल कार्यस्थल बन गया है।

एनडीडीबी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आईडीएमसी द्वारा विकसित रेडी-टू-यूज़ कल्चर (RUC) विनिर्माण संयंत्र फर्मेंटेड डेयरी कल्चर में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। हालांकि, भारत में माइक्रोबियल जैव विविधता की प्रचुरता है, तथापि, इस पहल का उद्देश्य आयात पर निर्भरता को कम करना और ‘मेक इन इंडिया’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना के अनुरूप देश में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना है। इस संयंत्र में प्रयुक्त अधिकांश उपकरण भी स्वदेशी रूप से ही निर्मित हैं।

नेशनल कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एनसीडीएफआई) का नया मुख्यालय पूरे देश के राज्य स्तर की डेयरी सहकारिताओं के बीच समन्वय को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। एनडीडीबी द्वारा निर्मित यह नया परिसर एनसीडीएफआई की कार्यक्षमता और पहुंच को बेहतर बनाने में सहायक होगा। वर्तमान में, एनसीडीएफआई देश के 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की डेयरी सहकारिताओं का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, एनसीडीएफआई, रक्षा मंत्रालय के लिए दूध आपूर्ति का भी समन्वय करता है। फेडरेशन द्वारा विकसित ई-मार्केट पोर्टल एक सराहनीय पहल है, जो पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देता है।